आओ और सीखें
प्रतिभा सम्मान समारोह 2018
प्रतिभा को प्रमाणपत्रों की आवश्यकता नहीं होती, प्रतिभा स्वयं प्रमाणित होती है, परन्तु व्यवहार जगत में प्रतिभाओं की प्रतिभा को निखारने के लिये उन्हें सम्मानित करना आवश्यक होता है। ऐसी प्रतिभाशालिनी छात्राओं को पुरस्कृत करने के लिऐ ‘प्रतिभा सम्मान समारोह’ का आयोजन प्रतिभास्थली परिसर में 18-02-18 रविवार को किया गया। जिसकी अध्यक्षता भोपाल से पधारे- डी.एस.पी. कुमारी ऋचा जैन और डिप्टी कमिश्नर(म.प्र.शासन) डॉ. सुधीर जैन ने की।
इस अवसर पर लगभग 150 छात्राओं को शैक्षणिक, सांस्कृतिक, मनोरंजन व खेल प्रतिस्पर्धाओं में अव्वल दर्जा प्राप्त करने के लिए उत्कृष्ट प्रतिभा प्रदर्शन हेतु पुरस्कृत किया गया।
कु. ऋचा जैन ने छात्राओं को उज्जवल भविष्य की कामना के साथ लक्ष्य प्राप्ति हेतु प्रेरणात्मक उद्बोधन दिया और कहा कि- आँखे दो हे, मगर उनका एक ही काम है- देखना। कान दो है, किन्तु उनका एक ही काम है- सुनना, किन्तु मुँह एक ही होता है पर काम दो करता है- खाना और बोलना। इसलिये शुध्द खाओ और प्रिय बोलो।