आओ और सीखें​

गुरु चरण वंदना भोपाल 2016

मध्य प्रदेश की राजधानी के इतिहास का स्वर्णिम दिन – 20 सितम्बर 2016
  धर्म के मंच से सत्य, अहिंसा, दया और करुणा का बिगुल बजा …
स्वाबलंबन, स्वाभिमान और स्वाश्रितता से भरे कर्तव्यों की शिक्षा का शंखनाद …
सत्ता को चुनौती भरा पथ प्रदर्शन…

मंगलवार के दिन की शुरुआत हुई मंगलमय पूजन के मंगलाचरण से। प्रतिभास्थली ज्ञानोदय विद्यापीठ जबलपुर, डोंगरगढ़ (चंद्रगिरी), रामटेक की लगभग   1200 छात्राओं द्वारा राष्ट्रसंत, प्रतिभास्थली प्रणेता परम पूज्य 108 आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज की भव्य एवं मंगल पूजन की गई।

सक्रिय पूजन के प्रत्येक दृश्य से पूर्व एक अद्भुत नाटिका का मंचन किया गया जिसमें भारत के अतीत के महत्त्व के साथ साथ अतीत में हुई भूलों को वर्तमान शिक्षा की दुर्दशा तथा प्राचीन वर्तमान राजनेताओं, कार्यकर्ताओं द्वारा गुरूजी की पूजन के दृश्य सम्मलित थे।

इस दृश्य को देखकर जन मानस सहित परम पूज्य आचार्यश्री भी भावित हो गए। उन्होंने अपने प्रवचन में कहा की   यह सक्रिय पूजन हैं जो सम्यग्दर्शन का कारण हैं। ऐसा दृश्य आँखों में भर लो, युगों युगों तक काम आएगा। सूरज तो ऊपर चमकता है लेकिन नीचे नन्हे-नन्हे टिमटिमाते दीप भी बहुत कुछ काम कर सकते हैं।   परिश्रम करने वालों के लिए सूरज भी चौबीसों घंटे चमकने के लिए तैयार हैं बस आप कमर कसलें। हमें दूसरे को प्रभावित नहीं करना किन्तु भावित तो कर ही सकते हैं। इस अवसर पर रामटेक व डोंगरगढ़ प्रतिभास्थली की छात्राओं द्वारा गुरु की महिमा के साथ गाय के महत्व पर भव्य प्रस्तुति दी गई।

इस अवसर पर प्रतिभास्थली जबलपुर की तीन प्रतिभा –

वाणिज्य संकाय की कु. दीक्षा जैन- 91%
विज्ञान संकाय की कु. पलक जैन – 88%
कला संकाय की कु. अनुष्का जैन – 87%

को IAS अफसर श्री नितिन नांदगावकर भोपाल ने सम्मानित किया । इन छात्राओं ने वर्ष 2015-16 की CBSE -12 वीं की परीक्षा में विद्यालय में प्रथम स्थान प्राप्त किया था ।