आओ और सीखें
गुरु चरण वंदना, डोंगरगढ़ 2017
जो प्रतिपल अपनी आत्म साधना में निरत रहते हैं, जिनका सानिध्य हमें स्वानुभव के महासागर में प्रवेश पाने को प्रेरित करता है ।
ऐसे निर्ग्रन्थ संत की चरण सन्निधि में बैठकर दीक्षा दिवस मनाने का सौभाग्य प्राप्त किया – प्रतिभास्थली की धरती पर, प्रतिभास्थली परिवार ने ।
सूरज ने प्रात: ही आकर अपनी रश्मियों से उस प्रकृति पुरुष के पावन चरणकमलों का अभिषेक किया । प्रकृतिप्रेमी आचार्यश्री ने नन्हीं – नन्हीं बालिकाओं द्वारा रोपे जाने वाले पौधों का अवलोकन किया और छात्राओं को धर्म वृद्धि का आशीर्वाद दिया ।
प्रभात की मंगल बेला में प्रतिभास्थली की बालिकाओं ने प्राचीन महापुरुषों के जीवन पर आधारित नाटिकाओं के माध्यम से गुरु वचनों को जन-जन तक पहुंचाते हुए भक्ति भाव से गुरु चरणों की महापूजन की।
मनुजो मानवो भूयात् भारत: प्रतिभारत: । गुरूणाम गुरु आचार्यश्री ज्ञानसागर जी महाराज की मंगल भावना के प्रतीक के रूप में प्रतिभास्थली की 50 छात्राओं द्वारा पेटी चरखा को मंच पर सूत्र बनाकर जन-जन को एकता के सूत्र में बाँध दिया । इस अवसर पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री रमन सिंहजी गुरु भक्ति हेतु उपस्थित थे ।