आओ और सीखें​

वार्षिक महोत्सव (निर्माण) 2016

जब हम धरती पर बैठ कर ऊँचाई पर आयोजित दृश्य देखते हैं तो शायद हमें इतनी स्पष्ट झलक नही दिखती किन्तु जब ऊँचाई पर खड़े होकर जमीन पर आयोजित दृश्य देखते हैं तो दृश्य में भव्यता दिखाई देती है।

ऐसा ही विहंगम दृश्य दिखाया गया इस बार प्रतिभास्थली के आँगन में छोटी छोटी नृत्य नाटिकाओं के माध्यम से – जिसका लाभ लिया लगभग 5000 लोगों ने। ऊपर खड़े लोग नीचे प्रदर्शित दृश्य को अपनी आँखों में कैद करने की कोशिश करते रहें और आनन्द विभोर हो गयें।

प्रतिभास्थली ने इस वर्ष जहाँ ऊँचाई से दिखने वाले जमीन के कार्यक्रम प्रस्तुत किये वही धरातल पर रचनात्मक कार्यशालाओं के माध्यम से लोगों को जागृत किया।

जिनमें आदर्श नागरिक, आदर्श अभिभावक, अपनी भाषा-अपना देश, विज्ञान और संस्कृति, स्वच्छ भारत, जीवन निर्माण आदि ह्रदयस्पर्शी विषयों पर छात्राओं ने प्रकाश डाला। जिन्हें देखकर दर्शकों ने अपने जीवन मूल्यों को समझा और अपने कर्तव्य के लिए प्रेरित हुए ।