आओ और सीखें​

वार्षिक महोत्सव (निर्माण) 2015

प्रतिभास्थली का परिसर एक सीप है, जहाँ आचार्य परमेष्ठी गुरूदेव 108 श्री विद्यासागर जी महा मुनिराज के आशीर्वाद रूपी ऊर्जा से जल की बूँद मोती का आकार लेती है । हम सब भावना करें कि ये मोती जीवन की चुनौतियों का सामना कर अपनी आभा से सारे संसार को आलोकित करे।

आज परिवर्तन का दौर है, समूचा विश्व आलोडित हो रहा है, संस्कृति नित नवीन करवटें ले रही है, सत्य और असत्य के मापदंड बदल रहे हैं। ऐसे में विकास की दिशा क्या हो?

बेला है …
निर्णय की “निर्माण” की
बीते कल से सीखने की
नये कल की कलकल से
हर-पल को सजाने की ।

निर्माण(वार्षिकोत्सव)-2015 दिनाँक-24 दिसम्बर
मंगल सानिध्य-आर्यिका रत्न 105 श्री आदर्शमति माताजी(ससंघ)