आओ और सीखें
हस्त कौशल
हस्त कौशल एक अद्वितीय कला हैं। प्रतिभास्थली जहाँ एक ओर प्राचीन भारतीय हस्तकौशल को संरक्षित, संवर्धित तथा हस्तांतरित का कार्य कर रही हैं वहीं दूसरी ओर हस्त कौशल के माध्यम से छात्राओं में आत्मविश्वास, कल्पनाशीलता, सृजनशीलता एवं रचनात्मक कुशलता आदि गुणों को पोषित कर रही हैं। रेखांकन, चित्रकला, मीनाकारी, सिलाई, कढाई, बुनाई, क्विलींग, लमासा, मेक्रम, मार्बल मिनिएचर, टाई ओर डाई, मेहंदी, क्रोशिया, रंगोली, ग्लास पेंटिंग जैसी हस्त कौशल क्रियाओं से उनकी रुचि के विकास के साथ साथ अवकाश के समय का सदुपयोग होता हैं जो कि आज की पीढ़ी के लिए महत्वपूर्ण हैं।