आओ और सीखें
गुरु आगमन
भव्य आगवानी (जुलाई 2021)
मेघों ने भी रिमझिम फुहारों से गुरुदेव का सर्वांग अभिषेक किया। दिलों की दीवारों पर अंकित अपने भगवान की साक्षात छवि के दर्शन करने जनसैलाब उमड़ पड़ा।
बड़े बाबा की अनुकम्पा और ज्ञान गुरु की कृपा के उपहारस्वरूप गुरुदेव को अपने आँगन में विचरते देख दयोदय, प्रतिभास्थली और पूर्णायु परिवार की आँखे नम हो गईं।
साधक के चरण, प्रांगण में विचरण करें ।
चरणरज से हम अपना आचरण गढ़ें ।।
मंगलमय वर्षायोग की ह्रदय से शुभकामनायें ।
स्वस्थ, प्रशस्त गुरुदेव की पूर्ण हों भावनायें।।
भव्य मंगल प्रवेश (मार्च 2019)
रंगो का त्योहार अंतरंग को रंगीला बना गया। रंग विरंगी रंगोलियों के बीच विराजमान अंतरंग साधक के भक्ति रंग में रंग कर छात्राओं ने बहुत भक्ति की। सारी छात्रायें गुरूदेव के कृपा आशीष की बरसात में सरोबार हो गयी।
गुरूसंग त्योहार मनाने का यह स्वर्णिम अवसर हमें हमेशा मिलता रहे …
गुरू आगमन (मार्च 2017)
इस पावन अवसर पर महापूजन के दौरान प्रतिभास्थली की छात्राओं ने हाथों में गुलाल लेकर आध्यात्मिक होली खेली ।
आध्यात्मिक रंगों की होली का यह दृश्य इतिहास के स्वर्णिम पृष्ठों पर अंकित हो गया जब आचार्य महाराज ने अपनी मुस्कान का राज अपने शब्दों से उद्घोषित किया । उन्होंने कहा आप सभी पर अध्यात्म का रंग गहरा चढ़ जाये ऐसा मेरा आशीर्वाद है ।
प्रतिभास्थली की दीदियों को पड़गाहन का सौभाग्य मिला। आहार का अदभुत विहंगम दृश्य- जहाँ 200 से अधिक लोगों ने आहार दिया, वहीं हजारों की आँखों ने उस दृश्य का अवलोकन किया, सराहना की, पुण्य अर्जन किया।
पुण्य की इस सलिला में बच्चों ने अवगाहन किया। अपने भक्ति गीतों से आचार्य महाराज की अर्चना, वंदना, स्तुति की।
गुरूजी का यह सानिध्य पतितों को पावन बना गया, गुमराहों को जीवन जीने की कला सिखा गया । सूरज आया अपनी रश्मियों से प्रतिभास्थली में रौशनी भर गया, मुरझायें चेहरों पर मुस्कान बिखेर गया । खुश रहने का संकेत दे गया मगर चला गया अगली अगवानी तक की प्रतीक्षा में …
आप जरुर आना, हे धरती के देवता ! हमें आपका इतंजार रहेगा …