आओ और सीखें​

पर्वाधिराज पर्युषण

दस धर्म यात्रा

पर्युषण महापर्व के पावन अवसर पर प्रतिभास्थली के प्रांगण में उत्तम क्षमा धर्म से लेकर उत्तम ब्रह्मचर्य की यह मंगल यात्रा सानंद सम्पन्न हुई।

यात्रा के प्रथम चरण से लेकर अंतिम चरण तक अनेक रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। अंताक्षरी, प्रश्न मंच, जीवनशैली और जीवन दर्पण, जिनवाणी सजाओ, भजन संध्या, कवि सम्मेलन आदि कार्यक्रमों ने छात्राओं को सत्य से साक्षात्कार करा दिया।

संयम स्वर्ण महोत्सव

तप और उपासना की भूमि- प्रतिभास्थली की धरा पर दशधर्मों के सुरभित व संयम स्वर्ण महोत्सवमय वातावरण में गुरु भक्ति के रंग में रंगी बालिकाओं ने पर्युषण धूमधाम से मनाये।

दस दिनों में बाल कलाकारों द्वारा तरह-तरह की मनमोहक प्रस्तुतियाँ दी गई । कवि सम्मलेन, नाटक मंचन, अन्ताक्षरी, प्रश्न मंच, जिनवाणी सजाओ, संस्मरण सुनाओ, हाइकू चित्रण, जय बोलो आदि जैन संत आचार्य विद्यासागरजी महाराज के जीवन दर्शन पर आधारित प्रतियोगिताओं में भाग लेकर छात्राओं ने अपनी भक्ति और क्षमता का पूर्ण प्रदर्शन किया ।