इंदौर में देशभक्ति का दौर
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पञ्च कल्याणक का पावन मंच और आचार्यश्री की साक्षात सन्निधि में प्रतिभास्थली जबलपुर की नन्हीं-नन्हीं कलियों ने दी अनूठी प्रस्तुति।
गुरु के गुणों की गुणमाला से कुछ भक्ति पुष्पों को चुनकर पुण्यपुरुष आचार्यश्री के पद कमलों में भक्ति नृत्य द्वारा समर्पित करने की जीवंत कला का छात्राओं ने प्रदर्शन किया और अतीत में व्यतीत घटनाओं की सजीव स्मृतियाँ लेकर छात्राओं ने युगद्रष्टा संत के सानिध्य में अतीत का शंखनाद किया।
छात्राओं ने अपनी मंचन कला से अतीत की विस्मृत घटनाओं को तरोताजा कर जनमानस के मस्तिष्क में इतिहास की जीवंत झाँकी सजा दी। ज्ञान, विज्ञान और बलिदान की कहानियों को मंचित कर गांधी, जगदीश चंद्र वसु, पृथ्वीराज चौहान जैसे किरदारों से जनता का परिचय कराया।
इंदौर के इतिहास में सवर्णाक्षरों में अंकित हो गया। धर्मसभा में देशभक्ति, भारत स्वाभिमान, अतीत का सम्मान जैसे नारे गूंजने लगें।
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